50+ Best Mulakat Shayari in Hindi | मुलाकात शायरी 2024

Mulakat Shayari in Hindi एक प्रकार की शायरी है जो किसी से पहली बार या लंबे समय के बाद मिलने से जुड़ी भावनाओं और भावनाओं को व्यक्त करती है। यह लेख हिंदी में मुलाकात शायरी पर है, जो आपको भावनाओं को व्यक्त करने में आपकी मदद करेगा।

Mulakat Shayari in Hindi

सामने बैठे रहो दिल को करार आएगा
जितना देखेंगे तुम्हें उतना ही प्यार आएगा

कुछ तुम कहते कुछ हम कहते तो ही बात पूरी है
ना तुम कुछ कहो और ना हम यूं तो मुलकात अधूरी है

दिल में एक टीस उठती है आज भी
तुम याद बहुत आते हो आज भी
वो आखिरी मुलाकात में आखिरी अल्फाज तेरे
मेरे कानों में सुनाई देते हैं आज भी

2 लाइन मुलाकात शायरी

हर मुलाक़ात पे सीने से लगाने वाले
कितने प्यारे हैं मुझे छोड़ के जाने वाले

चलो फिर चाय पर तुम शायरी की कुछ
बात हो जाये दो पल की ही सही पर
एक मुक़्क़मल मुलाकात हो जाये

दिल में जो बातें हैं उन्हें पूरी ना कीजिए
जब मन हो मिल लीजिए
मुलाकात को अधूरा ना कीजिए

मुलाकात हुई हे आज रब से
आपके बारे में थोड़ी सी बात हुई हे
क्या दोस्त दिया हे मेने पूछा
रब ने कहा संभाल के रखना मेरी
परछाई हे

Aakhri Mulaqat Shayari In Hindi

उस दिन हुई हमारी हर बात आखिरी थी
तुम्हारे साथ गुजारी वो रात आखिरी थी
हमने सोचा बिताएंगे जिंदगी तुम्हारे साथ
पर क्या पता था वो मुलाकात आखिरी थी

इस अदा से मिले वो हमसे कि
हमें उनसे एतबार हो गया
वो मुलाकात थी पहली और
हमें उनसे प्यार हो गया

लबों ने लबों से कुछ ना कहा और बात पूरी हो गई
लेकिन फिर भी ऐसा लगा कि मुलाकात अधूरी हो गई

Mulakat Shayari in Hindi Love

एक अलग सुकून देती हे दोस्तों से मुलाकात
इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में एक
अलग उमंग देती हे

उन्होंने पूछा तोहफे में क्या चाहिए
हमने कहा की वो मुलाकात
जो कभी ख़त्म ना हो

ना ही किसी और के और ना हुए हम तुम्हारे
आखिरी मुलाकात के बाद मानों हो गए बेसहारे

अधूरी मुलाकात शायरी

कब हमारे दिल की बात पूरी हुई है
उनसे मिलने पर भी
हर मुलाकात अधूरी हुई है

आंखों में थे आंसू जुदाई के पर दिल की बात पूरी ना हो सकी
मिले नहीं उनसे कभी पर आखिरी मुलाकात पूरी ना हो सकी

मत रहो दूर इतना हमसे की कल
तुम्हे अपने फैसले पर अफसोस हो जाये
कल शायद हमारी ऐसी मुलाक़ात हो
की आप हमसे लिपटकर रोये और
हम खामोश हो जाये

First Mulakat Shayari in Hindi

अधूरे से रह गए हैं हम तेरी इन अधूरी मुलाकातों में
जान निकल जाती है मेरी तेरी इन जुदाई वाली बातों में

कुदरत के करिश्मों में अगर रात न होती
ख्वाबों में भी फिर उनसे मुलाक़ात न होती

अधूरी मुलाकात थी
आंसू की बरसात थी
छोड़ दिया तूने मुझको
तू मेरी कायनात थी

दोस्त से मुलाकात शायरी

दिन हुआ हे तो रात भी होगी
हो मत उदास बात भी होगी
इतने प्यार से दोस्ती की हे आपसे
ज़िन्दगी रही तो मुलाक़ात भी होगी

मुझे खुद से मुलाकात हो गई तुम मिले तो
कुछ भी तो कहा नहीं मगर जिंदगी
से बात हो गई

मुलाकात के वो अधूरे किस्से रह गए
जुदाई के दर्द बस मेरे हिस्से रह गए
तुम तो मिल ही सकते थे किसी बहाने से
लेकिन तेरे सितम को हम हस्ते हस्ते सह गए

Pehli Mulakat Shayari in Hindi

तेरी हर बात ने मुझे उस दिन हैरान कर दिया
उस आखिरी मुलाकात ने मुझे परेशान कर दिया

हस के देख लेना मुझे जब आखरी मुलाकात हो तो
क्या पता अगली बार मुझे कफ़न में देखो
और मुस्कुरा भी न पाओ

छोड़ कर चले गए यूं हमसे क्या बेरुखी थी
मिले थे जब हम से वो मुलाकात ही अधूरी थी

दिल की बात अभी अधूरी है
तेरी मेरी मुलाकात अभी अधूरी है
बहुत कुछ कहना है तुझसे मिलकर
तेरे बिना मेरी कायनात अधूरी है

एक बार फिर मेरे दिल पर हाथ रख लो
एक बार फिर मेरे जजबात तो पढ़ लो
अपने लिए ना सही मेरे दिल के लिए
आखिरी ही सही मुलाकात तो कर लो

सपनो में मुलाकात शायरी

पहली मुलाकात की शायरी
सुबह को जो नींद से जागे तबरात का
ख्याब याद आया गयाक्या खूब रही थी
सपनो में पहली मुलाक़ात आपसे

मैं तेरी याद में रात भर नहीं सोया
आखिरी मुलाकात के बाद
सच कहो क्या तुम्हारा दिल नहीं रोया
आखिरी मुलाकात के बाद

शायद वो मेरी जिंदगी की आखिरी हसीन बरसात थी
तुमसे मिलकर बिछड़ जाना वो आखिरी मुलाकात थी

भरी बरसात में तुम हमें छोड़ गए
हम को तन्हा कर क्यों मुंह मोड़ गए
चाहते तो बिता सकते थे पूरा जीवन मेरे साथ
आखिरी मुलाकात में मेरे दिल को तोड़ गए

Mulakat shayari in hindi in english

क्या हुआ मुलाकात नहीं होती तो मेरी जान
प्यार तो फिर भी बेशुमार करते हे

सोचता हु दोस्तों पर मुकदमा कर दू
इसी बहाने तारीखों पर मुलाकात हो होगी

छोड़ कर चले गए यूं हमसे क्या बेरुखी थी
मिले थे जब हम से वो मुलाकात ही अधूरी थी

चलो फिर चाय पर तुम शायरी की कुछ बात हो जाये
दो पल की ही सही पर एक मुक़्क़मल मुलाकात हो जाये

रात में खुदा से मुलाकात हुई
थोड़ी हुई लेकिन बात जरूर हुई
मैने आपके बारे में ही पूछा की
ये इंसान मेरे लिए कैसा हे तो खुदा बोला
इनसे रिश्ता बनाये रखना बिलकुल मेरे जैसा हे

सब हालात रहे बस में सदा आपके
खुशियों से सदा आपकी मुलाकात रहे
मंजिले मिलती रहे रब की महेरबानी से
ईश्वर की कृपा आप पर दिन रात रहे

पहली मुलाकात पर शायरी
ये मुलाक़ात मुलाक़ात नहीं होती है
बात होती है मगर बात नहीं होती है

सलामत रखना हमसे मुलाकात की दरकार
दुआ में इस नाचीज को सरकार सलामत रखना
माना की आपको वक्त नहीं मिलता दुनियादारी से
अपनी मसरुफियत में मेरा इतवार सलामत रखना

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