52+ Best Dosti Sad Shayari | दोस्ती शायरी Sad

Dosti Sad Shayari:- दोस्ती, जिसे अक्सर अपने ख़ुशी के पलों के लिए मनाया जाता है, में दुःख का भी हिस्सा होता है। जिस प्रकार जीवन उतार-चढ़ाव का मिश्रण है, उसी प्रकार साहचर्य की यात्रा भी है। दोस्ती दुखद शायरी एक मार्मिक अनुस्मारक के रूप में कार्य करती है कि दुख की गहराई में भी, दोस्ती संजोने लायक खजाना बनी रहती है।

Dosti Sad Shayari

Dosti Sad Shayari

अन्धेरे में तो परछाईं भी साथ छोड़ जाय लेकिन
जो बुरे वक्त में भी साथ खड़ा हो वो दोस्त कहलाएं

मुस्कुराते चेहरे पर भी तू ग़म पहचान
गए ऐ दोस्त तू मुझे इतना कैसे जान गए

दावे मोहब्ब्त के मुझे नहीं आतें यारों एक
जान है जब दिल चाहें मांग लेना यारों

सबसे बेस्ट दोस्ती शायरी sad

ज़िन्दगी में कुछ दोस्त खास बन गए
मिले तो मुलाक़ात बिछड़े तो याद बन गए,
कुछ दोस्त धीरे धीरे फिसलते गए
पर जो दिल से ना गए, वो आप बन गए

खुश नहीं हूँ मजबूर हूँ तेरी
ख़ुशी के लिए तुझसे दूर हूँ

और कभी तुझे न भूलने का इरादा करतें हैं
मेरा रब मेरी नहीं किसी और की तो सुन ही लेगा न‌
ए सोंच कर हर एक से तेरे लिए दुवा करवाया करतें हैं

दिल से वादा है आपसे ए न समझना की भूल से भी
भुल जायेंगें हम याद रखना ज़िन्दग़ी भर दोस्ती निभायेंगे हम

एक ख़ूबसूरत सा रिश्ता यूं ख़त्म हो गया
वो दोस्ती निभातें रहे और हमें इश्क़ हो गया

Dosti Sad Shayari

मेरे दोस्तों की पहचान इतनी मुश्किल नहीं
वो हंसना भूल जातें हैं मुझे रोता देख कर

सच्चे दोस्त हमे कभी गिरने नही देते,
न किसी की नज़रों में
और न किसी के क़दमों में

दोस्ती में दोस्त दोस्त का ख़ुदा होता है
महसूस तो तब होता है जब वह जुदा होता है

तेरी दोस्ती में ज़िन्दगी में तूफान मचाएंगे,
तेरी दोस्ती में दिल के अरमान सजायेंगे,
अगर तेरी दोस्ती ज़िन्दगी भर साथ दे,
तो हम दोस्ती में मौत को भी पीछे छोड़ जायेंगे

दोस्त जो है साथ फ़िर डर किस बात का है
भला कभी-कभी बस आप जुदा हो जातें हैं
हमारे दिल में बस दर्द इस बात का हैं

गलती तेरी नहीं की तूने मुझे धोखा दिया
गलती तो मेरी थी जो मैंने तुझे मौक़ा दिया

बात नहीं होती तो क्या हुआ
हम अब भी अच्छे दोस्त हैं

भरोसा होने पर भी कभी कभी,
बहाने की नौबत आ जाती है,
सच्ची दोस्ती को बचाने के लिए,
कभी कभी उस से दूर जाने की नौबत आ जाती है

दोस्ती टूटने पर शायरी

Dosti Sad Shayari

बचपन के दिन भी क्या खूब थे
न दोस्ती का मतलब पता था
न मतलब की दोस्ती थी

लोग कहते है यारों के बिना जहान सुना है मैं
कहता हूं यारों के बिना जहान ही नहीं है

मेरे कुछ ख़ास दोस्त कहते हैं कि बदल गए हो तुम
लेकिन कैसे बताये उनहे के संभल गए है हम

तुम पे बीतेगी तो तुम भी जान जाओगे कि जब
कोइ नज़र अंदाज़ करता है तो कितना दुख होता है

दुशमन को हम प्यार देते है प्यार पे मुस्कान को हार देते हैं
बहोत दिमाग़ लगा कर हमसे कोइ वादा करना ये दोस्त
हम वादे पर ज़िन्दगी गुज़ार देते है

रोने का ग़म वही जानता है जिसने
किसी अपनें बेहद करीबी को खोया है

ज़िन्दगी के कुछ उलझे सवालो से डर लगता है,
ज़िन्दगी में दिल की तन्हाइयो से डर लगता है,
ज़िन्दगी में एक सच्चा दोस्त तो मिल पाना मुश्किल होता है,
पर एक सच्चे दोस्त को खोने से डर लगता है

अच्छा वक्त से ज़्यादा अच्छा दोस्त अजीज रखो
क्योंकि एक अच्छा दोस्त बुरे वक्त को भी अच्छा बना देता है

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