Dard Bhari Shayari | दिल टूट सबसे दर्द भरी शायरी

Dard Bhari Shayari; यह प्रेम, हानि और मानवीय अनुभव की जटिलताओं को व्यक्त करने के एक शक्तिशाली साधन के रूप में विकसित हुआ है। इस लेख में, हम दर्द भरी शायरी को प्रस्तुत किया हैं जिसे पढने से आपकी दिल छू लेगी।

Dard Bhari Shayari

ज़रा सी ज़िंदगी है अरमान बहुत हैं,
हमदर्द नहीं कोई इंसान बहुत हैं,
दिल के दर्द सुनाएं तो किसको,
जो दिल के करीब है वो अनजान बहुत हैं
खामोशियाँ कर दें बयां तो अलग बात है,
कुछ दर्द है ऐसे जो लफ़्ज़ों में उतारे नहीं जाते

दिल परेशान रहता है, उनके लिए,
हम कुछ भी नहीं हैं, जिनके लिए

इस तरह मिली वो मुझे सालों के बाद,
जैसे हक़ीक़त मिली हो ख्यालों के बाद,
मैं पूछता रहा उस से ख़तायें अपनी,
वो बहुत रोई मेरे सवालों के बाद

दर्द से ही तो हम सच्ची खुशी का,
अहसास करते हैं,
जब दर्द गुजर जाता है,
तो बस खुशियों की तरफ बढ़ते हैं

हर हरकत पर जिंदगी की किताब में,
छुपा है दर्द,
जो कोई नहीं समझ पाता है

rishte zindagi dard bhari shayari

खुशियों की बुँदें बिखर जाती हैं कहां,
दर्द की बूँदें हमें रुलाती हैं रात भर

मज़ा चख लेने दो उसे गैरों की मोहब्बत का भी,
इतनी चाहत के बाद जो
मेरा ना हुआ वो औरों का क्या होगा

यह इश्क का जुआ हम भी,
खेल चुके हैं दोस्त,
रानी किसी और की हुई और,
जोकर हम बन गए

दर्द की राहों में हम खो जाते हैं,
फिर भी मुस्कराकर चलते हैं,
जीते जाते हैं

दर्द भरी रातें, उदास दिन,
जिंदगी के सफर में,
हर कदम पर है गम

तुम्हें पा लेते तो किस्सा खत्म हो जाता,
तुम्हें खोया है, तो यकीनन कहानी लंबी चलेगी

अनजाने में यूँ ही हम दिल गँवा बैठे,
इस प्यार में कैसे धोखा खा बैठे,
उनसे क्या गिला करें, भूल तो हमारी थी,
जो बिना दिल वालों से ही दिल लगा बैठे

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तू सुबह की किरण बन कर मुझे सताती है,
मुझे अपने गहरे दुख का एहसास दिलाती है,
कितनी भी कोशिश की तुझे भुलाने की,
तेरी याद फिर भी मुझे बहुत रुलाती है

अदाएं कातिल होती हैं, आँखें नशीली होती हैं,
मोहब्बत में अक्सर होंठ सूखे होते हैं
और आँखे गीली होती हैं

दर्द का रिश्ता निभाते हैं ये शब्द,
ज़िन्दगी के सबसे गहरे सच का पर्दा

दिल के दर्द छुपाना बड़ा मुश्किल है,
टूट कर फिर मुस्कुराना बड़ा मुश्किल है,
किसी अपने के साथ दूर तक जाओ फिर देखो,
अकेले लौट कर आना कितना मुश्किल है

दिल की गहराइयों से,
निकलती है ये आवाज़,
ज़िन्दगी की धड़कन,
दर्द और ख्वाब की बिना

अपने दर्द को साझा करके,
हम अपनी दर्दभरी कहानी सुनाते हैं,
और शायरी के जरिए,
दर्द को सुकून मिलता है

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एक लफ्ज़ उनको सुनाने के लिए,
कितने अल्फ़ाज़ लिखे हमने ज़माने के लिए,
उनका मिलना ही मुक़द्दर में न था,
वर्ना क्या कुछ नहीं किया उनको पाने के लिए

प्यार था तुमसे चाहत भी थी,
तुमसे की हुई शरारत भी थी,
लेकिन शायद तुम ही मुझे समझ नहीं पाए,
मोहब्बत थी लेकिन जाहिर ना किया शराफत थी मेरी

मोहब्बत का इशारा याद रहता है,
हर प्यार को अपना प्यार याद रहता है,
दो पल जो गुज़रे प्यार की बाहों मे,
मौत तक वो नज़ारा याद रहता हैं

वो रात दर्द और सितम की रात होगी,
जिस रात रुखसत उनकी बारात होगी,
उठ जाता हूँ मैं ये सोचकर नींद से अक्सर,
कि एक गैर की बाहों में मेरी सारी कायनात होगी

आज तेरी याद हम सीने से लगा कर रोये,
तन्हाई मैं तुझे हम पास बुला कर रोये,
कई बार पुकारा इस दिल ने तुम्हें,
और हर बार तुम्हें ना पाकर हम रोये

छिपा कर दर्द अपनी हंसी में,
मै अंदर से खोखला हो रहा हूं,
क्या सुन सकता है तू मेरी आवाज़,
मै आज भी सिर्फ तेरे लिए रो रहा हूँ

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दिल की गहराइयों में छुपा है,
दर्द का सच,
जिंदगी की किताब में ये है,
सबसे बड़ा याद

दर्द भरी ज़िन्दगी में,
हंसना भी ज़रूरी है,
क्योंकि ज़िन्दगी का हर लम्हा,
हमें यादगार बनाता है

वो नही आती पर अपनी निशानी भेज देती है,
ख्वाबो में दास्ताँ पुरानी भेज देती है,
उसकी यादों के पल कितने भी मीठे हैं,
मगर कभी कभी आँखों में पानी भेज देती है

रोने की सज़ा न रुलाने की सज़ा है,
ये दर्द मोहब्बत को निभाने की सज़ा है,
हँसते हैं तो आँखों से निकल आते हैं आँसू,
ये उस शख्स से दिल लगाने की सज़ा है

कितना मुश्किल है मोहब्बत की कहानी लिखना,
जैसे पानी से पानी पे पानी लिखना

दिल की ख्वाहिश को नाम क्या दूँ,
प्यार का उसे पैगाम क्या दूँ,
इस दिल में दर्द नहीं यादें है उसकी,
अब यादें ही मुझे दर्द दे तो,
उसे इलज़ाम क्या दूँ

दर्द कितना है बता नहीं सकते,
ज़ख़्म कितने हैं दिखा नहीं सकते,
आँखों से समझ सको तो समझ लो,
आँसू गिरे हैं कितने गिना नहीं सकते

जिंदगी की मोहब्बतों के दर्द को सुन,
ये शायरी है दिल के दर्द का गीत

हँसते हुए ज़ख्मों को भुलाने लगे हैं हम,
हर दर्द के निशान मिटाने लगे हैं हम,
अब और कोई ज़ुल्म सताएगा क्या भला,
ज़ुल्मों सितम को अब तो सताने लगे हैं हम

दर्द है दिल में पर इसका एहसास नहीं होता,
रोता है दिल जब वो पास नहीं होता,
बर्बाद हो गए हम उसके प्यार में,
और वो कहते हैं इस तरह प्यार नहीं होता

दर्द बहुत हुआ दिल के टूट जाने से,
कुछ न मिला उनके लिए आँसू बहाने से,
वो जानते थे वजह मेरे दर्द की,
फिर भी बाज़ न आये मुझे आजमाने से

कितनी अजीब है मेरे अन्दर की तन्हाई भी,
हजारों सपने है
मगर याद सिर्फ तुम ही आते हो

मिलता भी नहीं तुम्हारे जैसे इस शहर में,
हमको क्या मालूम था के तुम भी किसी और के हो

दर्द भरी ज़िन्दगी में,
हंसना भी ज़रूरी है,
क्योंकि ज़िन्दगी का हर लम्हा,
हमें यादगार बनाता है

ज़िन्दगी के सफर में,
कभी कभी ऐसा भी होता है,
मंजिल पास आते ही,
रास्ते खुद बदल जाते हैं

कह कर तुम बता नहीं सकते,
प्यार को अपने जता नहीं सकते,
फिर क्या फायदा तुम्हारी दोस्ती का,
जब एक भी वादा तुम निभा नहीं सकते

आँसू भी आते हैं और दर्द भी छुपाना पड़ता है,
ये जिंदगी है साहब यहां जबरदस्ती भी मुस्कुराना पड़ता हैं

याद उसे भी एक अधूरा अफसाना तो होगा
कल रास्ते में उसने हमें पहचाना तो होगा

दिल की गहराइयों से,
निकलती है ये आवाज़,
ज़िन्दगी की धड़कन,
दर्द और ख्वाब की बिना

किसी को इश्क़ की अच्छाई ने मार डाला,
किसी को इश्क़ की गहराई ने मार डाला,
करके इश्क़ कोई ना बच सका,
जो बच गया उसे तन्हाई ने मार डाला

वो नाराज़ हैं हमसे कि हम कुछ लिखते नहीं,
कहाँ से लाएं लफ्ज़ जब हमको मिलते नहीं,
दर्द की ज़ुबान होती तो बता देते शायद,
वो ज़ख्म कैसे दिखाए जो दिखते नहीं

एक नया दर्द मेरे दिल में जागा कर चला गया,
कल फिर वो मेरे शहर में आकर चला गया,
जिसे ढूढ़ते रहे हम लोगो की भीड़ में,
मुझ से वो अपने आप छुपा कर चला गया

गुलशन की बहारों पे सर-ए-शाम लिखा है,
फिर उस ने किताबों पे मेरा नाम लिखा है,
ये दर्द इसी तरह मेरी दुनिया में रहेगा,
कुछ सोच के उस ने मेरा अंजाम लिखा है

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