मंजिल शायरी | Manzil Shayari in Hindi Font | Motivational

दोस्तों हमे अपनी मज़िल तभी मिलती है जब हम कठोर परिश्रम करते है आज हम आपके लिए मंज़िल पर मंजिल शायरी | Manzil Shayari in Hindi Font | Motivational पोस्ट लाये है.

जहाँ याद न आये तेरी वो तन्हाई किस काम की
बिगड़े रिश्ते न बने तो खुदाई किस काम की
बेशक़ अपनी मंज़िल तक जाना है हमें
लेकिन जहाँ से अपने न दिखें वो ऊंचाई किस काम की…

मंजिल शायरी

मंजिल चाहे कितनी भी ऊँची क्यों न हो,
रास्ता हमेशा पैरों के नीचे ही होता है ।

Manzil Shayari in Hindi

मेरी पतंग भी तुम हो,
उसकी ढील भी तुम।
मेरी पतंग जहां कटकर गिरे,
वह मंज़िल भी तुम।

ज़रा ठहरो हमें भी साथ ले लो कारवाँ वालो
अगर तुम से न पहचानी गई मंज़िल तो क्या होगा।

Motivational मंजिल पाने की शायरी

Manzil Shayari in Hindi Font

मंज़िले हमारे करीब से गुज़रती गयी जनाब,
और हम औरो को रास्ता दिखाने में ही रह गये.

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अपनी मंजिल शायरी

Manzil Shayari in Hindi Font

मंजिल मिले न मिले, ये तो मुकद्दर की बात है
हम कोशिश भी न करें ये तो गलत बात है ।

इन उम्र से लम्बी सड़को को, मंज़िल पे पहुंचते देखा नहीं,
बस दोड़ती फिरती रहती हैं, हम ने तो ठहरते देखा नहीं..!!

मंजिल शायरी fb

Manzil Shayari in Hindi Font

ना किसी से ईर्ष्या
ना किसी से कोई होड़
मेरी अपनी मंजीले
मेरी अपनी दौड़….

जिस दिन से चला हूं मेरी मंज़िल पे नज़र है,
आंखों ने कभी मील का पत्थर नहीं देखा. बशीर बद्र

मंजिल शायरी 2 लाइन

मंजिलों से गुमराह भी कर देते हैं कुछ लोग,
हर किसी से रास्ता पूछना अच्छा नहीं होता.

Manzil Shayari in Hindi Font

मुश्किलें जरुर है, मगर ठहरा नही हूँ मैं,
मंज़िल से जरा कह दो, अभी पहुंचा नही हूँ मैं.

Manzil ki talash shayari in hindi

 हौसला मंजिल शायरी

रास्तों पर निगाह रखने वाले,
भला मंज़िल कहाँ देख पाते हैं.

हौसला मंजिल शायरी

ना जाने क्यों इंसान को इंसान होने पर गुमान है,
जबकि सफर ताउम्र है और मंजिल दो गज मकान है.

राह और मंजिल

कब मिल जाए किसी को मंजिल ये मालूम नहीं,
इंसान के चेहरे पर उसका नसीब लिखा नहीं होता.

राह और मंजिल

नहीं निगाह में मंज़िल तो जुस्तजू ही सही
नहीं विसाल मयस्सर तो आरजू ही सही

 Motivational मंजिल पाने की शायरी

मंज़िल पाना तो बहुत दूर की बात है
गुरुर में रहोगे तो रास्ते भी नहीं देख पाओगे।

उन्हें फ़ुरसत ही नहीं है गेरौ की महफ़िल से,
इक हम है कि आज भी उन्हें अपनी मंज़िल बनाए बैठे है

Manzil Shayari in Hindi Font

अगर निगाहे हो मंज़िल पर और कदम हो राहो पर,
ऐसी कोई राह नही जो मंज़िल तक ना जाती हो।

चलता रहूँगा मै पथ पर, चलने में माहिर बन जाऊँगा,
या तो मंज़िल मिल जायेगी, या मुसाफिर बन जाऊँगा।

Manzil Shayari Two Lines

 Motivational मंजिल पाने की शायरी

अभी ना पूछो मंज़िल कँहा है, अभी तो हमने चलने का इरादा किया है।
ना हारे हैं ना हारेंगे कभी, ये खुद से वादा किया है।

 Motivational मंजिल पाने की शायरी

सफर खूबसूरत होता है,
मंज़िल से भी ज़्यादा।।

अलग अलग थे रास्ते लेकिन मंज़िल एक है
सुकून है दिल को के हम मिलेंगे ज़रूर

Manzil aur raste shayari

एक न एक दिन मंजिल हासिल कर ही लूँगा,
ठोकरें जहर तो नहीं जो खाकर मर जाऊँगा।।

सोचोगे तो हर बातकी वजह मिल जाती है
ज़िंदगी इतनी मजबूर भी नही ए दोस्त
प्यार भी जीने की वजह बन जाती है

मंज़िले हमारे करीब से गुज़रती गयी जनाब
और हम औरो को रास्ता दिखाने में ही रह गये…

उल्फत में अक्सर ऐसा होता है
आँखे हंसती हैं और दिल रोता है
मानते हो तुम जिसे मंजिल अपनी
हमसफर उनका कोई और होता है…

मंजिल शायरी in English

What is the use of meeting if heart is not found,
It is useless to walk who does not get the destination by walking.

मिलना किस काम का अगर दिल ना मिले,
चलना बेकार है जो चलके मंजिल ना मिले।।

Manzil shayari copy paste

सारे सितारे फ़लक से ज़मीं पर जब उतर कें आयेंगे
फिर हम तेरी यादों के साथ रात भर दिवाली मनायेंगे…

Quotes on manzil and safar

किसी को घर से निकलते ही मिल गई मंज़िल,
कोई हमारी तरह उम्र भर सफ़र में रहा-अहमद फ़राज़

खोजोगे तो हर मंज़िल
की राह मिल जाती है

Safar manzil shayari in hindi

किस हद तक जाना है ये कौन जानता है
किस मंजिल को पाना है ये कौन जानता है
दोस्ती के दो पल जी भर के जी लो
किस रोज़ बिछड जाना है ये कौन जानता है….

कब मिल जाए किसी को मंजिल ये मालूम नहीं,
इंसान के चेहरे पर उसका नसीब लिखा नहीं होता।।

अंदाज़ कुछ अलग ही है मेरे सोचने का,
सब को मंज़िल का शौक़ है, मुझे रास्ते का ।

Manzil shayari in hindi

मंजिल मेरे कदमों से अभी दूर बहुत है,
मगर तसल्ली ये है कि कदम मेरे साथ हैं.

ज़रा ठहरो हमें भी साथ ले लो कारवाँ वालो
अगर तुम से न पहचानी गई मंज़िल तो क्या होगा

मंजिल पर शायरी सुविचार

अगर दिलकश हो रास्ता, फिर तो फिकर ही नहीं है,
ना मिले मंजिल ना सही, फिर भी जिन्दगी हंसीं है।।

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